



जौनपुर
विकासखण्ड सिकरारा के गोहदा गाँव के प्राथमिक विद्यालय गोहदा का बीएसए डॉ० गोरखनाथ पटेल ने औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता देखी। साथ ही बच्चों को पूरी तरह से निपुण करने के निर्देश दिए। बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण कर बच्चों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को देखा। निरीक्षण में बीएसए द्वारा, कार्मिक उपस्थित पंजिका, मध्याह्न भोजन रजिस्टर, कक्षावार बच्चों की उपस्थिति पंजिका, विद्यालय की आय-व्यय पंजिका व निपुण लक्ष्य की लिस्ट को चेक किया गया। निरीक्षण में विद्यालय में कार्यरत समस्त कर्मचारी विद्यालय में उपस्थित पाए गए। विद्यालय द्वारा वर्तमान शैक्षिक सत्र में बीएसए ने निपुण बच्चों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए शत प्रतिशत बच्चों को निपुण बनाए जाने के साथ-साथ विद्यालय में उपस्थित एवं ठहराव हेतु निर्देशित किया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक से स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति पूछी, जिसमें बताया गया कि विद्यालय पर कार्यरत अध्यापक नियमित रूप से विद्यालय में आकर आपस में समन्वय स्थापित करते हुए शैक्षणिक कार्यों के साथ-साथ अन्य विभागीय कार्यों में अपेक्षित सहयोग प्रदान करते हैं। साथ ही साथ प्रधानाध्यापक द्वारा बीएसए को बताया गया कि विद्यालय में कार्यरत समस्त अध्यापकों ने आपसी सहयोग से विद्यालय में अध्यनरत छात्रों के लिए शनिवार के दिन के लिए अलग से यूनिफॉर्म की व्यवस्था की गई है। बीएसए द्वारा उक्त के संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित समस्त अध्यापकों की प्रशंसा की गई।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ० गोरखनाथ पटेल ने कक्षा-एक में जाकर अध्यापक से पढ़ाए जा रहे विषय एवं किस एक्टिविटी के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, के बारे में जानकारी ली। इसके बाद स्कूल के भौतिक परिवेश का निरीक्षण किया गया, विद्यालय के भौतिक परिवेश से बीएसए प्रसन्न दिखे।
उन्होंने पढ़ाई में कमजोर बच्चों को अलग से क्लास देकर पढ़ाने के निर्देश दिए गए, ताकि वह भी निपुण बन सके। प्रधानाध्यापक को बीएसए ने निर्देशित किया कि जो बच्चे लम्बे वसमय से स्कूल नहीं आ रहे हैं, उनके माता-पिता से वार्ता कर उन्हें स्कूल लाया जाए, ताकि वह पढ़ाई में पीछे न रहे। निरीक्षण के समय बीएसए ने स्कूल में मिड-डे मील को भी चेक किया। विद्यालय में मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार बनता हुआ पाया गया। इसके अलावा शौचालय-पानी आदि व्यवस्था को भी बीएसए द्वारा देखा गया।
तत्पश्चात बीएसए द्वारा विकासखण्ड सुजानगंज के प्राथमिक विद्यालय नाहरमऊ एवं प्राथमिक विद्यालय कुन्दहा का औचक निरीक्षण किया गया। दोनों विद्यालयों में कार्यरत समस्त अध्यापक विद्यालय में उपस्थित पाए गए। उक्त दोनों ही विद्यालयों में विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए टैबलेट का उपयोग विभागीय कार्यों हेतु उपयोग किया जा रहा नहीं पाया गया। बीएसए द्वारा प्राथमिक विद्यालय नाहरमऊ के वित्तीय एवं शैक्षिक अभिलेख का निरीक्षण किया गया। कक्षा चार के छात्रों से गणित विषय से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाने पर छात्रों द्वारा प्रश्नों का उत्तर सही-सही दिया गया। प्रश्नों का उत्तर सही दिए जाने के क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा मोटिवेशनल प्रतिपुष्टि दी गई, जिससे कक्षा के सभी छात्र प्रभावित हुए। बीएसए द्वारा विद्यालय के भौतिक परिवेश का निरीक्षण किए जाने पर पाया गया कि विद्यालय की रंगाई- पुताई विद्यालय द्वारा गतवर्ष कराई गई है। विद्यालय प्रांगण साफ-सुथरा नहीं पाया गया। विद्यालय प्रांगण की साफ-सफाई, सफाई कर्मी द्वारा न किए जाने के कारण मौके पर ही बीएसए द्वारा संबंधित ग्राम प्रधान से दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया, परन्तु ग्राम प्रधान द्वारा फोन न उठाए जाने के कारण
तत्सम्बन्ध में खण्ड शिक्षा अधिकारी सुजानगंज को खण्ड विकास अधिकारी सुजानगंज से समन्वय स्थापित करते हुए विद्यालय प्रांगण की साफ सफाई हेतु आवश्यक कार्यवाही किए जाने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया। तत्पश्चात बीएसए द्वारा प्रधानाध्यापक को विद्यालय की रंगाई-पुताई सात दिवस के भीतर कराकर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण प्रस्तुत किए जाने हेतु निर्देशित किया प्राथमिक विद्यालय कुंदहा के वित्तीय अभिलेख अद्यतन नहीं पाए गए। विद्यालय में नामांकित कुल 96 छात्रों के सापेक्ष 46 छात्र विद्यालय में उपस्थित मिले। विद्यालय का रसोईघर अत्यन्त गंदा पाया गया एवं विद्यालय का भोजन लकड़ी के ईंधन से बनता हुआ पाया गया। जिसके कारण बीएसए द्वारा सम्बंधित ग्राम प्रधान से दूरभाष के माध्यम से वार्ता करते हुए निर्देशित किया गया कि विद्यालय का मध्यान्ह भोजन लकड़ी के ईंधन के स्थान पर गैस-चूल्हे से बनवाया जाना सुनिश्चित करें, परंतु वार्ता के दौरान संबंधित ग्राम प्रधान द्वारा कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं प्रस्तुत किया गया तद्क्रम में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी सुजानगंज को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। अंत में बीएसए द्वारा विद्यालय की खेलकूद सामग्री का भी निरीक्षण किया गया। विद्यालय में प्राप्त कमियों के परिणाम स्वरूप बीएसए द्वारा संबंधित प्रधानाध्यापक को स्पष्टीकरण निर्गत करते हुए विद्यालय में व्याप्त समस्त कमियों को एक सप्ताह के भीतर दूर करते हुए साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से कार्यालय में प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। अन्त में बीएसए द्वारा विकास खण्ड मुँगरा बादशाहपुर के प्राथमिक विद्यालय रामपुर चौकी और पूर्व माध्यमिक विद्यालय समसपुर एवं प्राथमिक विद्यालय समसपुर का औचक निरीक्षण किया गया। तीनों ही विद्यालय निरीक्षण के दौरान बन्द पाए गए। जिसके कारण बीएसए द्वारा उक्त तीनों विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापक सहित समस्त कार्यरत शैक्षणिक कर्मचारियों का अग्रिम आदेश तक वेतन अवरुद्ध करते हुए स्पष्टीकरण माँगा गया। प्राथमिक विद्यालय समसपुर में कार्यरत प्रधानाध्यापक चन्द्रभूषण की बीएसए के दूरभाष पर लगातार प्राप्त हो रही शिकायत कि इनके द्वारा विद्यालय में समस्त प्रकार की शैक्षणिक एवं अन्य कार्यवाही विभागीय दिशा-निर्देशों के विपरीत की जा रही है, के संबंध में विद्यालय बन्द पाए जाने की दशा में जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग के मुखिया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ० गोरखनाथ पटेल द्वारा प्रधानाध्यापक को निलम्बित कर दिया गया।