मध्य एण्डोक्राइन सोसायटी की तीसरी वार्षिक संगोष्टी जबलपुर में दिनांक 2 फरवरी को

रिपोर्ट: अनूप चतुर्वेदी 

जबलपुर। संगोष्टी में मध्य प्रदेश एवम् अन्य प्रदेशों से आए एंडोक्राइनोलॉजिस्ट भाग लेंगे एवं अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। वे उपस्थित चिकित्सकों से अपने व्याख्यान संबंधित विचारों का आदान-प्रदान भी करेंगे। एण्डोक्राइन तंत्र शरीर के सभी को प्रभावित करता है। इसमें डाइ‌बिटीज एवम् डायरॉइड के विकारों के अलावा मोटापा, लंबाई का कम या ज्यादा बढना, किशोरावस्था के परिवर्तन देर से या जल्दी आना, महिलाओं एवम् पुरूषों में हॉर्मोन में सामंजस्य न होने के कारण निःसंतानता, महिलाओं में अवांछित बालों का आना, पुरूषों में स्तनों का विकास होना, हड्डियों का समय से पहले अत्यधिक कमजोर होना, बार बार पथरी का बनना, पेराथाइरॉइड ग्रोथ के विकार का नतीजा हो सकता है। ऐसी सभी बीमारियां का निदान एवम् उपचार एण्डोक्राइन विशेषज्ञ करते है।एण्डोक्राइन तंत्र के विभिन्न प्रभाव शरीर के हर अंग पर आता है अतः इस संगोष्टी में, शिशु रोग अस्थी रोग, स्त्री रोग, हृदय किडनी एवम् मेटाबोलिक स्वास्थ्य पर सिपोजिया रखे गये है। एक इंसुलिन कार्यशाला का आयोजन विशेष रूप से Community Health Officers के लिए किया गया है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय मिश्रा इस कार्यशाला में उपस्थित होंगे,कार्यक्रम में एण्डोक्राइन सोसायटी झआफ इंडिया के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. ले.जन. नरेन्द्र कोटवाल, इ.एस.आई के राष्ट्रीय सचिव डॉ कर्नल के.वी.एस. हरि कुमार, मध्य एण्डोक्राइन सोसायटी के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ प्रो. सुबोध बांजल एवम् प्रांतीय सचिव डॉ सुनील एम जैन विचार प्रस्तुत करेंगे।ई.एस.आई. के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रोफेसर एस. के. सिंग, वरिष्ठ एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ सुशील जिंदल, सुनील अंबुलकर, डॉ. विप्लव बंधोपाध्याय, डॉ कल्पना दारा, डॉ सचिन चित्रावार, डॉ जयदीश खरे, डॉ. राजेश वर्मा, डॉ. प्रो. अभुद्धय वर्मा, डॉ. पंकज जैन, डॉ सत्यम जैन, डॉ. संदीप जैन, संदीप जायसवाल, डॉ कविता सूस, डॉ. अल्पेश गोयल अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।संगोष्टी में एम डी मेडिसन/एम.एस. सर्जरी/एस.एस.स्त्री रोग/एम.डी. शिशु रोग के विद्यार्थी अपने शोध कार्य को प्री पेपर या पोस्टर स्पर्धा में प्रस्तुत करेंगे। संगोष्टी की वेबसाइट पर 300 चिकित्सकों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। जो संगोष्टी में भाग लेगे,संगोष्टी का सीधा प्रसारण यू ट्यूब पर किया जावेगा। संगोष्टी के शैक्षणिक सत्र को एम.पी.एम.आई. द्वारा तीन क्रेडिट अंक प्रदान किए गए है।

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