वर्धा: महाविकास अघाड़ी में सीटों के बटवारे को लेकर बातचीत का दौर जारी है। दिल्ली से लेकर मुंबई तक लगातार बैठकों के बावजूद अभी तक सीटों का बटवारा नहीं हो पाया है। लेकिन चर्चा यह है कि, कौन किस जगह चुनाव लड़ेगा इसको लेकर सब तय हो गया है। इसके तहत आगामी चुनाव में वर्धा लोकसभा सीट इस बार शरद पवार के कोटे में जाएगी और उसकी जगह कांग्रेस को अमरावती लोकसभा सीट मिलेगी। हालांकि, इसको लेकर कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया है। यह सीट अपने पास ही रहे इसको लेकर नेताओं ने मुंबई से लेकर दिल्ली तक दौड़ लगाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में चारुलता टोकस के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल जल्द ही केंद्रीय आलाकमान से मुलाकात करेगा।
कांग्रेस नेता टोकस ने कहा, “वर्धा लोकसभा सीट कांग्रेस की सीट हैं। ये भूमि महात्मा गांधी की भूमि है। यहाँ से जितने भी चुनाव हुए अधिकतर समय कांग्रेस का उम्मदीवार चुनकर आया है। देश सहित राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार के खिलाफ रोष है। जनता एक बार फिर कांग्रेस को जितना चाहती है। जिससे क्षेत्र में अच्छे से विकास हो सके।”
टोकस ने आगे कहा, “हम कल जिले के सभी नेता मुंबई जाकर पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला, प्रदेश अध्यक्ष विधायक. नाना पटोले से मुलाकात करेंहे और आगामी लोकसभा चुनाव में यह सीट कांग्रेस अपने पास रखे ऐसी मांग रखेंगे। इसी के साथ टोकस ने दिल्ली जाकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मुलाकात करने की बात कही।
जाती से नहीं चिन्ह पर होता है मतदान
जिले की जातीय स्थिति को देखते हुए शरद पवार गुट को सीट देने की चर्चाओं पर टोकस ने कहा, “केवल जाती के आधार पर चुनाव नहीं लड़े या जीते जाते हैं। नागरिक या वोटर पार्टी का सिंबल और प्रत्याशी को देखकर भी मतदान करता है। कांग्रेस के पास इस सीट पर उम्मीदवार है। कोई भी प्रत्याशी अगर जितने में शक्षम और जनता से उसका जुड़ाव है वह चुनाव जीतता है।”