नागपुर जिले में पहली बार मिली सरोगेट मदर को मिली मंजूरी, समिति रखेगी नजर

नागपुर :  नागपुर जिले में पहली बार सरोगेसी कानून अंतर्गत एक महिला को सरोगेट मदर बनने की मंजूरी दी गई है। इस संबंध में प्राप्त आवेदन के आधार पर सिविल सर्जन कार्यालय में सरोगेसी कानून 2021 का पालन करने के लिए एक समिति बनाई गई है। समिति स्थापित होने के बाद प्राप्त आवेदन और तमाम दस्तावेजों की जांच के बाद मंजूरी दी गई है।

निर्णय लेने से पहले समिति गठित : उक्त महिला का आवेदन मिलने के बाद सरोगेसी कानून 2021 का प्रभावी तरीके से पालन करने के लिए सिविल सर्जन डॉ. निवृत्ति राठोड की अध्यक्षता में विशेष समिति तैयार की गई है। समिति के अन्य सदस्यों में स्त्री रोग विशेषज्ञ व डागा अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सीमा पारवेकर, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. माधुरी थोरात, वरिष्ठ बालराेग विशेषज्ञ दिलीप मडावी व डॉ. जयश्री वैद्य का समावेश है।

प्रत्यक्ष मुलाकात के बाद लिया निर्णय : उक्त महिला के आवेदन पर निर्णय लेकर मंजूरी देने से पहले प्रत्यक्ष मुलाकात के लिए बुलाया गया। पूछा गया कि क्या वह किसी के दबाव में या किसी लालच में तो यह निर्णय नहीं ले रही है। साथ ही सरोगेट मदर व सरोगेसी के लिए इच्छुक परिजनों की शारीरिक व मानसिक जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सक समिति ने सभी की अनुमति से सरोगेट मदर बनने की मंजूरी दी। इस समय समिति के सदस्यों के साथ ही चिकित्सा अधिकारी डॉ. रिना लांजेवार, एड. आनंद भिसे, सरोगेसी इच्छुक परिवार के सदस्य, सरोगेट मदर आदि उपस्थित थे।

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