कब और कैसे शुरू करना चाहिए सोमवार व्रत

सनातन परंपरा में हर दिन किसी न किसी देवी या देवता की पूजा, व्रत, जप आदि के लिए समर्पित है। हिंदू मान्यता के अनुसार सोमवार का दिन भगवान शिव और उनके मस्तक पर शोभायमान रहने वाले चंद्र देवता की पूजा के लिए अत्यंत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि सोमवार का व्रत रखने वाले शिव साधक के जीवन से जुड़े सभी कष्ट पलक झपकते दूर और कामनाएं शीघ्र ही पूरी होती हैं, लेकिन इस व्रत की शुरुआत और पूजा करने के लिए कुछेक नियम बताए गये हैं, जिनकी अनदेखी करने पर व्यक्ति को इस व्रत का शुभ फल नहीं प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कि सोमवार का व्रत कब शुरू और कैसे करना चाहिए।

कब शुरू करें सोमवार का व्रत
हिंदू मान्यता के अनुसार देवों के देव महादेव की कृपा बरसाने वाला व्रत उनके प्रिय माने जाने वाले सावन के महीने में करना अत्यंत ही शुभ माना गया है। ऐसे में आप इसे इस श्रावण मास के किसी भी सोमवार को शुरु कर सकते हैं। यदि आप सोमवार व्रत को प्रारंभ करना चाहते हैं आप अधिक मास के समाप्त होने के बाद 21 अथवा 28 अगस्त 2023 को पड़ने वाले सोमवार का दिन चुन सकते हैं। हालांकि यदि आप इन दिनों में इस व्रत को किसी कारणवश न उठा पाएं तो आप इसे चैत्र वैशाख, कार्तिक और मार्गशीर्ष के महीने में भी उठा सकते हैं। सावन सोमवार का व्रत हमेशा इन महीनों के शुक्लपक्ष के पहले सोमवार से प्रारंभ करना अत्यंत ही शुभ माना गया है।

सोमवार व्रत के नियम
यदि आप सोमवार का व्रत रखना चाहते है तो आपको इसे 16 सोमवार रखने के बाद इसका विधि-विधान से उद्यापन करना चाहिए। हालांकि यदि आप चाहें तो आप अपनी कामना, संकल्प और शारीरिक क्षमता के अनुसार आगे भी जारी रख सकते हैं। भगवान शिव के सोमवार व्रत को पांच साल तक रखने का भी विधान है। यदि आप सावन में सोमवार का व्रत रखते हैं तो आप इस महीने में पड़ने वाले व्रत की संख्या का संकल्प रखकर भगवान शिव की साधना का शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं।

सोमवार के व्रत में किस चीज का करें फलाहार
हिंदू परंपरा के अनुसार अलग-अलग व्रत को करते समय साधक को अलग-अलग फलाहार करने का नियम बताया गया है। यदि आप सोमवार का व्रत रखते हैं तो आपको सोमवार के दिन फलाहार रहते हूए व्रत रखना चाहिए और शाम के समय शिव पूजन के बाद ही अपना व्रत खोलना चाहिए। सोमवार के व्रत में शाम के समय आप बगैर नमक के भोजन कर सकते हैं।

सोमवार व्रत में न करें ये गलतियां
सोमवार व्रत को रखने वाले व्यक्ति को प्रात:काल सूर्योदय से पहले उठना चाहिए और दिन में भूलकर भी नहीं सोना चाहिए।
सोमवार व्रत में शाम के ही समय भोजन करने का विधान है। ऐसे में उससे पहले किसी भी प्रकार के अन्न का सेवन न करें।
सोमवार का व्रत करने वाले साधक को तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
सोमवार का व्रत रखते हुए व्यक्ति को पूरी तरह से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
सोमवार व्रत में भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी जरूर करनी चाहिए।

Edited by : Switi Titirmare

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