सेंट अलॉयसियस महाविद्यालय का दो दिवसीय वार्षिक स्नेह सम्मेलन संपन्न हुआ

रिपोर्ट – अनूप चतुर्वेदी

जबलपुर। संत अलॉयसियस स्वशासी महाविद्यालय, जबलपुर में दो दिवसीय वार्षिक स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रथम दिन स्नेह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय जगत बहादुर सिंह अन्नू (महापौर, नगर निगम, जबलपुर) की उपस्थिति रही। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि “विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है कि वे न केवल अध्ययन के क्षेत्र में आगे रहें अपितु अपनी अन्य कलाओं और प्रतिभाओं को भी विभिन्न मंचों के माध्यम से विकसित करें।” विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए माननीय महापौर ने “तेरे जैसा यार कहां” एवं “ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे” आदि गानों की मनमोहक प्रस्तुति दी।
विशिष्ट अतिथि श्री कमलेश अग्रवाल का संदेश इस प्रकार था ” विद्यार्थी यदि किसी लक्ष्य को लेकर चलेंगे और अनुशासन के साथ अध्ययन करेंगे तो उन्हें सफलता अवश्य ही प्राप्त होगी।” महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. फा. जे. बेन एंटोन रोज ने अपने संदेश में कहा कि “स्नेह सम्मेलन सभी विद्यार्थियों के लिए परीक्षा के उपरांत अपनी थकान मिटाने का और अगले सत्र के लिए स्वयं को ऊर्जा, उमंग, उत्साह से भर लेने का एक सुनहरा अवसर होता है।”
दूसरे दिन स्नेह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. राजेंद्र कुमार कुररिया (कुल सचिव, रा.दु.वि.वि., जबलपुर) ने अपने संदेश में कहा कि उनका संदेश इस प्रकार था “किसी भी शैक्षणिक संस्थान की ऊर्जा का केंद्र विद्यार्थी होते हैं अतः विद्यार्थियों को अपनी विभिन्न प्रतिभाओं का विकास करते हुए अपने उच्च लक्ष्य की ओर सदैव अक्सर रहना चाहिए।”
इस दिन विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. फा. डेविस जॉर्ज (विकार जनरल, कैथोलिक धर्मप्रांत, जबलपुर) एवं फा. डेविस वी. (प्राचार्य संत अलॉयसियस स्वशासी उ.म. विद्यालय, सदर, जबलपुर) की उपस्थिति रही। डॉ. फा. डेविस जॉर्ज का संदेश इस प्रकार था ‘यह गर्व का विषय है कि अलॉयसियस विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में, खेलों के क्षेत्र में एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में नगर का नाम रोशन किया है। यह परंपरा विद्यार्थियों को भविष्य में भी बनाए रखना चाहिए।”
अतिथियों के स्वागत के उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रमों अभिव्यक्ति दी गई। सदाबहार, सुमधुर गीतों की प्रस्तुतियों जैसे ये रात में जो मजा है, डार्लिंग आंखों से आंखें चार करने दो, ए जिंदगी गले लगा ले, चांद सिफारिश जो करता हमारी, जानू मेरी जान, पिया तू अब तो आजा आदि ने समां बाँध दिया। नृत्य के अंतर्गत आहीर लोक नृत्य, हिप हॉप पंजाबी, डांसिंग दिवा, डांस वाइब्स, साउदर्न इंडीज इत्यादि समूह नृत्यों ने सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन भूमिका भगवानी, आदित्य जैन, अनुष्का कनौजिया, अनंत बाजपेई, अनामिका पाठक, रिया आयेते, श्रेया मिश्रा, एवं वाही दत्ता के द्वारा तथा आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के संयोजक डॉ. रामेन्द्र प्रसाद ओझा के द्वारा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के निर्णायकों के रूप में श्री कृष्णकांत दीक्षित एवं श्री अभिषेक नागराज की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के सफल आयोजन में उप-प्राचार्य डॉ. कल्लोल दास, डॉ. विश्वास पटेल, डॉ. सोनल राय, डॉ. सिबी सैमुअल, डॉ. रुपाली अहलुवालिया की मुख्य भूमिका रही।

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