शासकीय मोहनलाल हरगोविंद दास महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र एवं सूक्ष्मजीव विभाग का दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन होगा

रिपोर्ट: अनूप चतुर्वेदी 

जबलपुर। शासकीय मोहनलाल हरगोविंद दास महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र एवं सूक्ष्मजीव विभाग द्वारा दिनांक 30th Sept- 15 Oct, 2024 को दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उ‌द्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय ज्ञान परंपरा एवं वनस्पति शास्त्र के अंतरगत आने वाले पेड़ पौधे के विज्ञान के बीच संबंधों को अवगत कराना है भारतीय वेदों में पौधो के धार्मिक औषधीय और अनुष्ठानिक उपयोगों का वर्णन मिलता है। इसमें निहित प्राचीन ज्ञान, एथनोबॉटनी को परम्परागत चिकित्सा, पौधों के संरक्षण और जैव विविधता को समझने में सहायता प्रदान करता है।

मध्य प्रदेश शासन की नई शिक्षा नीति 2020 के अंतरगत सनातक एवं स्नातकोत्तर केपाठ्यक्रम में यह विषय सम्मिलित किया गया है। एथनोबॉटनी (मानव जाति वनस्पति विज्ञान) में पौधों एवं आदिम मानव समुदाय के लोगों के बीच का भावनात्मक संबंध और उनके महत्तव का अध्ययन ही एथनोबॉटनी कहलाता है। अतः इसके अध्ययन से ही वि‌द्यार्थी औषधी, भोजन पर्यावरण संरक्षण, शोध, सतत विकास, भारतीय पौराणिक साहित्य, भारतीय कलाओं (Indian Folklore) आदि का पौधों से संबंध जान पाएंगे राष्ट्रीय सेमिनार में के इस कार्यक्रम में इस विषय के विषय विशेषज्ञः डॉक्टर हेमन्त कुमार पांडे एसोसिएट डायरेक्टर डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ बायो एनर्जी रिसर्च, पिथौरागढ़, उत्तरांचल इंडिया, डॉ अखिलेश कुमार पांडे कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन; डॉ. वंदना पांडे वैज्ञानिक डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ बायो एनर्जी रिसर्च, पिथौरागढ, उत्तरांचल इंडिया के व्याख्यान अयोजित किये गये हैं। साथ ही शोधार्थियों का शोध पत्र वाचन एवं वि‌द्यार्थियों द्वारा पोस्टर, मॉडल निर्माण का अवसर भी मिलेगा प्रेस वार्ता में यह जानकरी प्राचार्य, डॉ. नंदिता सरकार एवं वनस्पति शास्त्र एवं सूक्ष्मजीव विज्ञान की विभागाध्यक्ष, डॉ. अनुराधा दवे द्वारा दी गई जिसमें डॉ. साधना केशरवानी, डॉ. रजनी निगम डॉ. डॉक्टर विजया कौशल श्रीवास्तव भी उपस्थित रहें।

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