अमेठी
आज से अमेठी में कांग्रेस का रण संभालेगी प्रियंका गांधी, बूथ कार्यकर्ताओं को दिया गया ये सीक्रेट टास्क बता दे की पांचवें चरण के चुनाव के लिए अमेठी का सियासी रण दिलचस्प होता जा रहा है। वजह, हर बार की तरह इस बार भी खुद प्रत्याशी बने बिना कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव मैदान में है। उनके कंधों पर गांधी परिवार की उस सीट को जीतने की चुनौती है, जिसे वर्ष 2019 में भाजपा की स्मृति जूबिन इरानी ने भाई राहुल गांधी से छीन लिया था। इस बार भी स्मृति जूबिन इरानी दोबारा से भाजपा से मैदान में है, जबकि उनके सामने गांधी परिवार ने अपने करीबी केएल शर्मा को मैदान में उतारा है। इसी बीच बृहस्पतिवार की शाम को प्रियंका गांधी अमेठी पहुंच रही है। वह यहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगी।अमेठी में वर्ष 1999 में मां सोनिया गांधी के साथ ही 2004,2009,2014 व 2019 में भाई राहुल गांधी का चुनाव देखने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर मैदान में है। वह इस बार गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा के लिए मैदान तैयार कर रही है। वह पहले भी बूथ वार रणनीति बनाकर ही चुनाव लड़वाती रही हैं। नामांकन के समय केएल शर्मा के साथ प्रियंका गांधी ने मंच शेयर करके साफ कर दिया था कि छह मई से वो यहीं रहेंगी। जिससे एक बात साफ हो गई है कि कांग्रेस किसी तरह की कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इन्हीं सबके बीच प्रियंका गांधी बृहस्पतिवार की शाम को अमेठी पहुंच रही है। मीडिया प्रभारी अनिल सिंह ने बताया कि न्याय यात्रा के दौरान जिस स्थल पर राहुल गांधी ने विश्राम किया था, वहीं पर प्रियंका 1923 बूथ अध्यक्ष, 130 न्याय पंचायत प्रभारी, 877 ग्राम पंचायत प्रभारी व 100 अन्य के साथ बैठक करके रणनीति को अंतिम रूप देंगी