केवल 1 दिन के उपवास से सेहत को होंगे 5 फायदे,

इंसुलिन सेंसटिविटी सुधारे: डायबिटीज में व्रत करना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसको करने से आपके शरीर में इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप उपवास करते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा के लिए संग्रहीत ग्लूकोज का उपयोग करता है, और इससे इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद मिल सकती है|

ऑक्सीडेटिव तनाव कम करे: उपवास करने से शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम में मदद मिल सकती है, जो फ्री रेडिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट के बीच असंतुलन के कारण होता है. दरअसल, तनाव आपकी कोशिकाओं को क्षति से बचाने और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है. उपवास करने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट का स्तर बढ़ता है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकता है|

वजन घटाने में असरदार: उपवास करने से मोटापा कम करने में भी मदद मिलती है. बता दें कि, उपवास करने से कुछ हार्मोनों का उत्पादन बढ़ता है, जो आपके शरीर में जमा वसा को पिघलाने में मदद करते हैं. यह फैट बर्न को बढ़ाने और वजन घटाने में सहायता कर सकता है. ध्यान रहे कि, सिर्फ उपवास से ही वजन कम नहीं होगा, इसके लिए आपको खान-पान और व्यायाम पर भी ध्यान रखना होगा|

सूजन कम करे: उपवास करने से सेहत को कई तरह से लाभ होता है. इसी तरह और जैसे सूजन मार्करों के स्तर को कम करके आपके शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है. क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन, हृदय रोग, कैंसर और अल्जाइमर रोग सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी हुई है. इसी के चलते शरीर से सूजन के स्तर कम करने में मदद मिलती है|

मानसिक कार्यक्षमता में सुधार: सप्ताह में एक दिन उपवास करने से मानसिक परेशानियां भी हो सकती हैं. दरअसल, उपवास से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसमें बेहतर फोकस, एकाग्रता और याददाश्त शामिल हैं. ऐसा कुछ प्रोटीनों के बढ़ते उत्पादन के कारण हो सकता है जो मस्तिष्क कोशिकाओं की रक्षा और मरम्मत करते हैं. देखा गया है कि उपवास नई तंत्रिका कोशिकाओं के विकास को प्रोत्साहित करता है, जो समय के साथ मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार कर सकता है|

Edited by : Switi Titirmare

 

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