विदर्भ के युवाओं ने बनाई हाइड्रोजन से चलने वाली कार, फडणवीस ने दिया हर संभव मदद का भरोसा

नागपुर: ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण लोग काफी परेशान है। एक तरफ जहाँ नागरिकों की जेब में असर पड़ वहीं प्रदुषण भी बढ़ रहा है। इसी को देखते हुए अब लोग अन्य स्रोत्रों की तरफ बढ़ रहे हैं। इसी को देखते हुए चंद्रपुर और यवतमाल के युवाओं ने भविष्य की समस्या को देखते हुए हाइड्रोजन कार का निर्माण किया है। यह कार 150 रूपये में 250 किलोमीटर का फासला तय कर सकती है।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते दिनों युवाओं से मुलाकात की। इस दौरान युवाओं ने उपमुख्यमंत्री को कार से जुडी हर चीजे बताई। जानकारी लेने के बाद उपमुख्यमंत्री ने कार के निर्माण और उसे सड़क पर लाने के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। फडणवीस के पहले बीते वर्ष केंद्रीय राजमार्ग और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी कार को लेकर युवाओं की प्रशंशा की थी। इस दौरान उन्होंने भी केंद्रीय स्तर पर लगने वाली हर मदद करने का आश्वासन दिया था।

एआई से कार को कर सकते हैं कंट्रोल
यवतमाल के वाणी में रहने वाले हर्षल नकसने और चंद्रपुर जिले के वरोरा निवासी वैभव मंडवाकर ने अपने अन्य दोस्तों के साथ मिलकर इस कर का निर्माण किया है। इसका नाम सोनिक वन रखा गया है। हाइड्रोजन से चलने वाली इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नियंत्रित किया जा सकता है। कार एक लीटर हाइड्रोजन से 250 किलोमीटर तक चलेगी।

कार पूरी तरह मेक इन इंडिया
कंपनी के संस्थापक और सीईओ हर्षल नकसने ने जानकारी देते हुए बताया कि, “कार के निर्माण में 70 लाख रूपये खर्च किया गया है। परिवार, दोस्तों से फंड लेकर कार को बनाया गया। कार के निर्माण के लिए एक वर्कशॉप बनाया जहां, 18 महीने की मेहनत कर कार का निर्माण किया गया। नकसाने ने कहा कि, “कार पूरी तरह मेक इन इंडिया है। इसमें इस्तेमाल एक भी चीज बाहर से नहीं मंगाई गई है।”

ऑफ रोड कार के तौर पर भी कार का इस्तेमाल
कंपनी के अन्य संस्थापक वैभव मंडवाकर ने बताया कि, “कार की डिजाइन से लेकर इंजन तक का निर्माण हमने खुद किया है। कार को ऑफ रोड और ऑन रोड के हिसाब से बनाया गया है। जिससे इसे कही भी ले जाया जा सके।” मंडवाकर ने आगे बताया कि, हमारी कंपनी को स्टार्टअप कंपनी के तौर पर डीपीआइआइटी का प्रमाणपत्र मिल गया है। हम 2024 तक इस कार को सड़क पर लाने का प्रयास है।

Edited by: Switi 

 

 

 

 

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