नागपुर: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के अक्ल के तारे तोड़ने वाले बयान पर पलटवार किया है। वडेट्टीवार ने पूछा कि, “जो लोग आज यह बात कर रहे हैं, 2013 में किसने अक्ल के तारे तोड़े थे? मैंने जो ए बी वाला फ़ॉर्मूला बताया वह उस समय उन्ही के नेता ने दिया था। मुझे लगता है यह अब समाप्त होना चाहिए। इसपर अब पर्दा गिरना चाहिए यही मेरी भूमिका है। एक व्यक्ति आरक्षण की मांग को लेकर अनशन पर बैठता है। उसका अनशन भी टूटना चाहिए। इसलिए मैंने एक रास्ता सुझाया। उन्होंने कहा, “इसके लिए केंद्र सरकार को आरक्षण बढ़ाना चाहिए और उसमें ऐसी कैटेगरी बनाकर मराठा को आरक्षण देना चाहिए। बिना उनके बनाए कानून के यह संभव नहीं।” बावनकुले पर तंज कस्ते हुए कांग्रेस नेता ने आगे कहा, अगर प्रदेश अध्यक्ष रहते इतनी सी बात पता नहीं तो अक्ल के तारे कौन तोड़ रहा ये समझेगा। अपने पिछले बयान पर सफाई देते हुए वडेट्टीवार ने कहा, “मेरी भूमिका स्पष्ट है। ओबीसी के आरक्षण से किसी को भी आरक्षण देना नहीं चाहिए। नियमो के अनुसार जिसे देना है उसे देना ही पड़ेगा उसे कोई रोक नहीं सकता। अगर कोई नियमो को तोड़कर किसी को ओबीसी में आरक्षण देंगे तो उसका हम विरोध करेंगे।” इसी के साथ उन्होंने रास्ते में उतारकर आंदोलन करने की बात कही। कांग्रेस नेता ने कहा, “2013 में तत्कालीन विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने यह प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा था कि, बिना ओबीसी के आरक्षण को छुए आरक्षण बढ़ाकर ये बी कैटेगरी बनाकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की मांग उन्होंने की थी। उसी को आज महीने आगे किया है। आरक्षण की सीमा बढ़ाने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है राज्य सरकार के पास नहीं।
Edited by : Switi Titirmare