हैदराबाद में छात्रा की आत्महत्या से हड़कंप, 21 दिनों के भीतर दूसरा सुसाइड

हैदराबाद : आईआईटी की छात्रा ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर दी। पुलिस को छात्रा का शव छात्रावास के एक कमरे में लटका हुआ मिला। छात्रा ने 26 जुलाई को ही सिविल इंजीनियरिंग में एमटेक के प्रथम वर्ष में दाखिला लिया था। कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें छात्रा ने अपनी मौत के पीछे की वजह का खुलासा किया है। आईआईटी में तीन सप्ताह के भीतर यह दूसरा जबकि, साल में चौथा आत्महत्या केस है। इस घटना से छात्रों में हड़कंप है। मामला हैदराबाद के बाहरी इलाके में तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के कांडी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैदराबाद का है। यहां 21 वर्षीय स्नातकोत्तर छात्रा का शव सोमवार रात परिसर में छात्रावास के कमरे में लटका हुआ पाया गया। मृतका की पहचान ओडिशा की ममिता नायक के रूप में हुई, जो 26 जुलाई को ही आईआईटी-एच में सिविल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी के पहले वर्ष में शामिल हुई थी। संगारेड्डी (ग्रामीण) के पुलिस उपनिरीक्षक एम राजेश नाइक ने संवाददाताओं को बताया कि ममिता जो छात्रावास के एक कमरे में रह रही थी, को कुछ छात्रों ने रात लगभग 10 बजे छत के पंखे से लटका हुआ पाया और तुरंत पुलिस को सूचित किया। एसआई ने कहा, “हमने उसके कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है जिसमें छात्रा ने उड़िया भाषा में दो लाइन का बयान लिखा है और कहा है कि उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है और वह गंभीर मानसिक दबाव से गुजर रही है।”

तीन सप्ताह के अंदर दूसरा आत्महत्या केस
नाइक ने कहा कि छात्रा अवसाद की स्थिति में थी। संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया गया है और पूछताछ जारी है। “हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए संगारेड्डी सरकारी अस्पताल भेज दिया है और उसके माता-पिता को सूचित कर दिया है।” पुलिस के अनुसार यह तीन सप्ताह से भी कम समय में आईआईटी-एच छात्र की दूसरी आत्महत्या है और पिछले एक साल में चौथी आत्महत्या है।
गौरतलब है कि इससे पहले 17 जुलाई को, तेलंगाना के नलगोंडा जिले के मिर्यालगुडा शहर से बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र डी कार्तिक (21) परिसर से लापता हो गया। उनका शव तीन दिन बाद विशाखापत्तनम के समुद्र तट पर बहता हुआ पाया गया और 25 जुलाई को उनके माता-पिता ने उनकी पहचान की। पुलिस के मुताबिक, 31 अगस्त 2022 को एक एमटेक छात्र बी राहुल की भी आईआईटी-एच परिसर में अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या से मृत्यु हो गई। कुछ दिनों बाद 6 सितंबर को, एक अन्य बीटेक छात्रा मेघा कपूर, जिसे जाहिर तौर पर कई बैकलॉग निपटाने थे, ने भी परिसर के बाहर एक होटल की इमारत से कूदकर जान दे दी। उधर, आईआईटी-एच के वरिष्ठ कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि संस्थान में मनोविज्ञान के विशेषज्ञों के साथ एक पूर्ण परामर्श केंद्र है। जो छात्रों पर शैक्षणिक दबाव को कम करने के लिए नियमित रूप से छात्रों को सलाह देते हैं। उन्होंने कहा, ”फिर भी, ऐसी घटनाएं समय-समय पर होती रहती हैं।”

Edited by : Switi Titirmare 

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