रिपोर्टर: सौरभ पंडित
महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद काबू में हालात, अखाड़ों ने अमृत स्नान शुरू किया
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद हालात काबू में आ गए हैं। पहले ये खबर सामने आई थी कि सभी 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द कर दिया है। हालांकि अब अखाड़ों ने अमृत स्नान शुरू कर दिया है। अखाड़ा परिषद ने सीएम योगी से भी बात की है।
दरअसल भगदड़ के बाद महाकुंभ में क्राउड डायवर्जन प्लान लागू किया गया था और महाकुंभ में श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी गई थी। शहर के बाहर ही श्रद्धालुओं के जत्थों को रोका गया था। 10 से ज्यादा डीएम भीड़ को मैनेज करने में जुटे थे। प्रयागराज के बॉर्डर के इलाकों में अधिकारियों को सक्रिय किया गया था। आज प्रयागराज महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान है। आज मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है। लेकिन उससे पहले प्रयागराज में संगम तट पर भगदड़ मची, जिसमें कई श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है। घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल और प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन के मुताबिक, मेला क्षेत्र में कुछ महिलाओं के दम घुटने की वजह से धक्का मुक्की हुई, जिसके बाद एक के ऊपर एक महिलाएं और पुरुष गिरे। बेरीकेडिंग टूटी और करीब 2 दर्जन घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। भगदड़ की सूचना मिलते ही 50 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं और घायलों को अलग अलग अस्पतालों में लेकर गई। घायलों का इलाज मेला परिसर में बने केंद्रीय अस्पताल में चल रहा है। कुछ घायलों को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल में भेजा गया है। प्रशासन के मुताबिक, अब स्थिति काबू में है और श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वो अफवाहों पर ध्यान ना दें।इससे पहले धर्मगुरू रामभद्राचार्य ने भक्तों से अपील की थी कि वह आज संगम आने का आग्रह छोड़ दें। वहीं पीएम मोदी ने सीएम योगी से बात की है और घायलों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है।