सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांदा कमासिन में चल रहा है डॉक्टरों का कमीशन बाजी का खेल

संवाददाता: रमाकांत तिवारी

कमासिन बांदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमासिन में चिकित्सा प्रभारी और डॉक्टर द्वारा कमीशन बाजी का खेल चल रहा है
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमासिन के सभी डॉक्टर आने वाले मरीजों को प्राइवेट दवा लिखते हैं

और कर्मचारी मरीजों को पड़कर मेडिकल ले जाते हैं जिससे मरीज उसी मेडिकल से दवा ले सके

जहां डॉक्टर कर्मचारी का कमीशन सेट है कई मरीज तो

अत्यंत गरीब होने के कारण प्राइवेट इलाज करने में अक्षम हैं वह इलाज के लिए सरकारी अस्पताल आते हैं तो

यहां भगवान का दूसरे रूप कहे जाने वाले डॉक्टर ही उनको चूसने में कोई कसर नहीं छोड़ ते आज एक उमेश नाम का गरीब व्यक्ति अपने बूढी मां का इलाज करने के लिए सरकारी अस्पताल कमासिन आया तो डॉक्टर साहब ने झट बाहर की दवा लिख दी
उन गरीब व्यक्ति के पास इतने पैसे ही नहीं थे कि वह बाहर से दवा खरीद ले

उस गरीब व्यक्ति ने कहा मेरे पास दवा खरीदने के लिए पैसे होते तो सरकारी अस्पताल क्यों आता यह हाल है

कमासिन सरकारी अस्पताल के उधर सरकार कहती है की गरीबों को मुक्त इलाज मिलेगा

इधर चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर कमीशन खोरी के चक्कर में मरीजों की चमड़ी उधेड़ रहे हैं अब यह देखने वाली बात होगी की
बांदा जिला के जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं या कमीशन खोरी का खेल इसी तरह निरंतर चलते रहेगा और
चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर सरकार की छवि खराब करते रहेंगे

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